भारत के प्रमुख दर्रे

यहाँ पर भारत के विभिन्न राज्यों, विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्रों, के प्रमुख दर्रों की सूची दी गई है। इनमें उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम, महाराष्ट्र और केरल शामिल हैं

भारत के प्रमुख दर्रे

1. उत्तराखंड

  • लिपुलेख पास (Lipulekh Pass)
    • उच्चाई: 5,334 मीटर
    • महत्व: भारत और तिब्बत के बीच महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग।
  • माणा पास (Mana Pass)
    • उच्चाई: 5,610 मीटर
    • महत्व: कर्णप्रयाग और माणा गांव को जोड़ता है; धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण।
  • निताल पास (Niti Pass)
    • उच्चाई: 5,300 मीटर
    • महत्व: यह तिब्बत के साथ सीमावर्ती क्षेत्र है।
  • कर्णप्रयाग पास (Karnprayag Pass)
    • उच्चाई: 2,000 मीटर
    • महत्व: गढ़वाल क्षेत्र के लिए एक प्रमुख संपर्क मार्ग।
  • धौली पास (Dhauli Pass)
    • उच्चाई: 5,000 मीटर
    • महत्व: प्राकृतिक सौंदर्य और ट्रैकिंग के लिए प्रसिद्ध।

2. जम्मू-कश्मीर

  • जोझिला पास (Zojila Pass)
    • उच्चाई: 3,528 मीटर
    • महत्व: श्रीनगर को लद्दाख से जोड़ता है; बर्फबारी के कारण सर्दियों में बंद रहता है।
  • सिंधु दर्रा (Indus Pass)
    • उच्चाई: 4,700 मीटर
    • महत्व: लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है।
  • शिपकी पास (Shipki La Pass)
    • उच्चाई: 5,000 मीटर
    • महत्व: भारत और तिब्बत के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग है।

3. लद्दाख

  • खारदुंगला पास (Khardung La Pass)
    • उच्चाई: 5,602 मीटर
    • महत्व: दुनिया के सबसे ऊँचे मोटर योग्य दर्रों में से एक; पर्यटन के लिए प्रमुख।
  • थांग ला पास (Thang La Pass)
    • उच्चाई: 5,600 मीटर
    • महत्व: लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों का एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग।

4. हिमाचल प्रदेश

  • कुंजुम पास (Kunzum Pass)
    • उच्चाई: 4,590 मीटर
    • महत्व: स्पीति घाटी को लाहौल से जोड़ता है।
  • बारालाचा पास (Baralacha Pass)
    • उच्चाई: 4,850 मीटर
    • महत्व: लाहौल और स्पीति को जोड़ता है; प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध।
  • धुल्ला पास (Dhulla Pass)
    • उच्चाई: 4,700 मीटर
    • महत्व: गद्दी जनजातियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग।

5. अरुणाचल प्रदेश

  • सिपी दर्रा (Sipi Pass)
    • उच्चाई: 3,500 मीटर
    • महत्व: भारतीय सीमा को तिब्बत से जोड़ता है।
  • नेफा पास (NEFA Pass)
    • उच्चाई: 4,000 मीटर
    • महत्व: अरुणाचल प्रदेश के भीतर ट्रैकिंग के लिए प्रसिद्ध।

6. मणिपुर

  • कंगला पास (Kangla Pass)
    • उच्चाई: 1,000 मीटर
    • महत्व: मणिपुर के लिए एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मार्ग।

7. सिक्किम

  • नाकूला पास (Naku La Pass)
    • उच्चाई: 4,600 मीटर
    • महत्व: भारत-चीन व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है।
  • ब्रेक पास (Brek Pass)
    • उच्चाई: 3,500 मीटर
    • महत्व: यह पर्यटकों के लिए एक प्रसिद्ध स्थल है।

8. महाराष्ट्र

  • भुंडा दर्रा (Bhunda Pass)
    • उच्चाई: 1,000 मीटर
    • महत्व: पश्चिमी घाटों में स्थित, कृषि और स्थानीय परिवहन के लिए महत्वपूर्ण।

9. केरल

  • परावूर दर्रा (Paravur Pass)
    • उच्चाई: 500 मीटर
    • महत्व: केरल के पहाड़ी क्षेत्रों को जोड़ता है; पर्यटन के लिए एक प्रमुख मार्ग।
  • मुनार पास (Munnar Pass)
    • उच्चाई: 1,600 मीटर
    • महत्व: चाय बागानों के लिए प्रसिद्ध; ट्रैकिंग और पर्यटन के लिए लोकप्रिय।

निष्कर्ष

भारत के ये दर्रे न केवल भौगोलिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह सामरिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी अहम हैं। ये दर्रे विभिन्न संस्कृतियों और जनजातियों के बीच संपर्क के लिए मार्ग प्रदान करते हैं और स्थानीय लोगों के लिए जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सहायक होते हैं।

भारत के पर्वत व पहाड़ियां

https://youtu.be/Zofk8zmMiMo?si=hM3aS1JSlYrSvEVJ

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