भारत की झीलें व जलप्रपात
भारत में झीलों की एक विशाल श्रृंखला है, जिसमें प्रत्येक झील का भौगोलिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और आर्थिक दृष्टिकोण से एक अलग महत्व है।
1. डल झील (जम्मू-कश्मीर)
- स्थान: श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर
- प्रसिद्धि: तैरते हाउसबोट और शिकारे, सर्दियों में बर्फीले क्षेत्र में बदल जाती है।
2. वुलर झील (जम्मू-कश्मीर)
- प्रकार: मीठे पानी की झील
- महत्व: बाढ़ नियंत्रण और मत्स्य पालन।
3. चिल्का झील (ओडिशा)
- प्रकार: खारे पानी की झील
- विशेषता: जैव विविधता और प्रवासी पक्षियों का स्थल, रामसर स्थल।
4. पुलिकट झील (आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु)
- प्रकार: खारे पानी की झील
- प्रसिद्धि: फ्लेमिंगो पक्षियों के लिए महत्वपूर्ण।
5. लोकटक झील (मणिपुर)
- प्रकार: तैरती हुई झील
- महत्व: संगाई हिरण का निवास स्थान।
6. सांभर झील (राजस्थान)
- प्रकार: खारे पानी की झील
- महत्व: नमक उत्पादन केंद्र।
7. नैनी झील (उत्तराखंड)
- स्थान: नैनीताल
- प्रसिद्धि: धार्मिक महत्व, नैनी देवी मंदिर।
8. पुष्कर झील (राजस्थान)
- महत्व: धार्मिक स्थल, पुष्कर मेले का आयोजन।
9. भीमताल झील (उत्तराखंड)
- प्रसिद्धि: ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल।
10. लोनार झील (महाराष्ट्र)
- प्रकार: उल्का पिंड के प्रभाव से बनी झील
- महत्व: भूवैज्ञानिक महत्व।
11. हुसैन सागर झील (तेलंगाना)
- स्थान: हैदराबाद
- विशेषता: बड़े बुद्ध प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध।
12. उदयसागर झील (राजस्थान)
- स्थान: उदयपुर
- महत्व: कृत्रिम झील, सिंचाई और जलापूर्ति का स्रोत।
13. जयसमंद झील (राजस्थान)
- विशेषता: भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झीलों में से एक।
14. राजसमंद झील (राजस्थान)
- प्रसिद्धि: संगमरमर की किनारे वाली झील।
15. फतेहसागर झील (राजस्थान)
- स्थान: उदयपुर
- प्रसिद्धि: नौकायन और पर्यटन।
16. पिछोला झील (राजस्थान)
- प्रसिद्धि: झील महल और हेरिटेज होटल्स।
17. गुरुडोंगमर झील (सिक्किम)
- महत्व: धार्मिक महत्व, तीर्थ स्थल।
18. कोलेरू झील (आंध्र प्रदेश)
- प्रकार: मीठे पानी की झील
- महत्व: पक्षीविज्ञान क्षेत्र।
19. वेंबनाड झील (केरल)
- प्रसिद्धि: भारत की सबसे लंबी झील।
20. अष्टमुडी झील (केरल)
- महत्व: पर्यटन स्थल, बैकवाटर।
21. वल्लभपुर झील (उत्तर प्रदेश)
- महत्व: पक्षियों के लिए अभ्यारण्य।
22. सिवान्सा झील (तमिलनाडु)
- प्रसिद्धि: ऐतिहासिक महत्व, पर्यटन।
23. धंवेस झील (गोवा)
- प्रसिद्धि: प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण।
24. त्सोमोरिरी झील (लद्दाख)
- प्रकार: खारे पानी की झील
- प्रसिद्धि: जैव विविधता और पैनगोंग झील से मिलती-जुलती।
25. पांगोंग त्सो झील (लद्दाख)
- महत्व: प्राकृतिक सुंदरता, रंग बदलने की क्षमता।
26. रन्थम्भोर झील (राजस्थान)
- प्रसिद्धि: रन्थम्भोर राष्ट्रीय उद्यान के करीब स्थित।
27. बदकल झील (हरियाणा)
- प्रसिद्धि: पर्यटन स्थल।
28. खार्ग वास्को झील (गोवा)
- महत्व: छोटा तटीय क्षेत्र।
29. खाज्जियार झील (हिमाचल प्रदेश)
- प्रसिद्धि: मिनी स्विट्ज़रलैंड, प्राकृतिक सौंदर्य।
30. भीलसर झील (राजस्थान)
- महत्व: वन्यजीवन।
31. रावबी झील (छत्तीसगढ़)
- प्रसिद्धि: धार्मिक स्थल।
32. हेमसर झील (गुजरात)
- महत्व: सिंचाई।
33. शेखा झील (पंजाब)
- महत्व: जैव विविधता।
34. कबर तलाब (बिहार)
- महत्व: पक्षी अभ्यारण्य।
35. लालसागर झील (उत्तर प्रदेश)
- प्रसिद्धि: प्राकृतिक सौंदर्य।
36. उल्सूर झील (कर्नाटक)
- स्थान: बेंगलुरु
- महत्व: शांति और सैर।
37. बेलंधूर झील (कर्नाटक)
- महत्व: जैव विविधता।
38. गांधी सागर झील (मध्य प्रदेश)
- महत्व: जलविद्युत परियोजना।
39. महानदी झील (छत्तीसगढ़)
- महत्व: सिंचाई और मत्स्य पालन।
40. तुंगभद्रा झील (कर्नाटक)
भारत की महत्वपूर्ण झीलें
झील का नाम | स्थान | जल का प्रकार | विशेषताएँ |
---|---|---|---|
1. वुलर झील | जम्मू और कश्मीर | मीठा | भारत की सबसे बड़ी झील; जलीय जीवन और पक्षियों का आश्रय स्थल। |
2. डल झील | जम्मू और कश्मीर | मीठा | हाउस बोट्स के लिए प्रसिद्ध; कश्मीर की सांस्कृतिक पहचान। |
3. नैनी झील | उत्तराखंड | मीठा | पर्यटन का प्रमुख स्थल; बोटिंग के लिए प्रसिद्ध। |
4. पैंगोंग झील | लद्दाख | मीठा | अद्भुत रंगों के लिए जानी जाती है; भारतीय-चीन सीमा पर स्थित। |
5. साम्भर झील | राजस्थान | खारा | भारत की सबसे बड़ी नमकीन झील; नमक उत्पादन का प्रमुख स्रोत। |
6. चिल्का झील | ओडिशा | खारा | एशिया की सबसे बड़ी तटीय खारी झील; प्रवासी पक्षियों का आश्रय स्थल। |
7. भिमताल झील | उत्तराखंड | मीठा | सुंदर प्राकृतिक दृश्य; बोटिंग और जलक्रीड़ा का स्थान। |
8. बासुकी झील | उत्तराखंड | मीठा | धार्मिक महत्व; पर्यटन का स्थल। |
9. मनसर झील | जम्मू और कश्मीर | मीठा | धार्मिक महत्व; स्थानीय त्योहारों का आयोजन। |
10. सरसनी झील | मध्य प्रदेश | मीठा | पर्यावरणीय महत्व; स्थानीय जल संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण। |
झील का नाम | स्थान | जल का प्रकार | विशेषताएँ |
---|---|---|---|
11. ठाणा झील | महाराष्ट्र | मीठा | यह झील ठाणे के पास स्थित है और स्थानीय जल आपूर्ति का स्रोत है। |
12. शिप्रा झील | मध्य प्रदेश | मीठा | यह झील एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जो हर साल बड़े धार्मिक उत्सवों का आयोजन करती है। |
13. चंद्रताल झील | हिमाचल प्रदेश | मीठा | यह झील अपने अद्वितीय रंगों और ट्रैकिंग स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। |
14. मुरादाबाद झील | उत्तर प्रदेश | मीठा | यह झील स्थानीय पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है और कई जलीय प्रजातियों का आश्रय स्थल है। |
15. अनूप जलाशय | उत्तर प्रदेश | मीठा | यह मानव निर्मित जलाशय है और सिंचाई के लिए प्रयोग किया जाता है। |
16. कर्ण झील | उत्तर प्रदेश | मीठा | यह झील आसपास के गांवों के लिए जल आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। |
17. मांडव झील | मध्य प्रदेश | मीठा | यह झील ऐतिहासिक महत्व रखती है और स्थानीय पर्यटन का एक प्रमुख स्थल है। |
18. तवांग झील | अरुणाचल प्रदेश | मीठा | यह झील बौद्ध संस्कृति का प्रतीक है और आसपास के अद्भुत प्राकृतिक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। |
19. कुद्रेमुख झील | कर्नाटका | मीठा | यह झील जैव विविधता के लिए जानी जाती है और आसपास के वन्यजीवों का घर है। |
20. सूरजकुंड झील | हरियाणा | मीठा | यह झील सांस्कृतिक उत्सवों के लिए महत्वपूर्ण है और पिकनिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। |
झील का नाम | स्थान | जल का प्रकार | विशेषताएँ |
---|---|---|---|
21. कश्मीर झील | जम्मू और कश्मीर | मीठा | सांस्कृतिक और पर्यटन का महत्वपूर्ण स्थल। |
22. पहलगाम झील | जम्मू और कश्मीर | मीठा | ट्रैकिंग और एडवेंचर के लिए प्रसिद्ध। |
23. भीमताल झील | उत्तराखंड | मीठा | बोटिंग और जलक्रीड़ा का स्थान। |
24. टल झील | उत्तराखंड | मीठा | पवित्र और धार्मिक महत्व रखती है। |
25. झील के पास झील | झारखंड | मीठा | स्थानीय जल आपूर्ति का स्रोत। |
26. गोविंद सागर झील | हिमाचल प्रदेश | मीठा | जल विद्युत उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण। |
27. बिल्हर झील | मध्य प्रदेश | मीठा | स्थानीय जल संरक्षण और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण। |
28. सूरजपुर झील | छत्तीसगढ़ | मीठा | जैव विविधता का केंद्र; पिकनिक स्थल। |
29. बासुकी झील | उत्तराखंड | मीठा | धार्मिक महत्व और ट्रैकिंग के लिए प्रसिद्ध। |
30. शोरनी झील | हरियाणा | मीठा | स्थानीय जल आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत |
भारत के जलप्रपात
भारत में कई महत्वपूर्ण जलप्रपात (Waterfalls) हैं जो न केवल पर्यटन स्थल के रूप में महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इनका भौगोलिक और पर्यावरणीय महत्व भी है। एमपीपीएससी जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ये जलप्रपात और उनसे जुड़े तथ्य महत्वपूर्ण हैं। यहाँ भारत के प्रमुख जलप्रपात और उनसे जुड़े मुख्य तथ्य दिए गए हैं:
1. जोग जलप्रपात (Jog Falls), कर्नाटक
- ऊँचाई: लगभग 253 मीटर (829 फीट)।
- नदी: शरावती नदी।
- विशेषता: यह भारत का दूसरा सबसे ऊँचा जलप्रपात है और इसे “गरसोप्पा फॉल्स” भी कहा जाता है। मानसून के दौरान इसकी खूबसूरती और बढ़ जाती है।
2. कुंचिकल जलप्रपात (Kunchikal Falls), कर्नाटक
- ऊँचाई: 455 मीटर (1,493 फीट)।
- नदी: वराही नदी।
- विशेषता: यह भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात है। इस जलप्रपात के आसपास का क्षेत्र पर्यावरणीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
3. धुवांधार जलप्रपात (Dhuandhar Falls), मध्य प्रदेश
- ऊँचाई: 30 मीटर।
- नदी: नर्मदा नदी।
- विशेषता: यह जलप्रपात जबलपुर के पास भेड़ाघाट में स्थित है और यहाँ सफेद संगमरमर की चट्टानें इसकी खूबसूरती को बढ़ाती हैं।
4. एथिरापल्ली जलप्रपात (Athirappilly Falls), केरल
- ऊँचाई: 80 फीट (24 मीटर)।
- नदी: चालक्कुडी नदी।
- विशेषता: इसे “दक्षिण भारत का नियाग्रा” भी कहा जाता है। यह केरल के सबसे प्रसिद्ध जलप्रपातों में से एक है।
5. नोहकालीकाई जलप्रपात (Nohkalikai Falls), मेघालय
- ऊँचाई: 340 मीटर (1,115 फीट)।
- नदी: स्थानीय जल संग्रह।
- विशेषता: यह भारत का सबसे ऊँचा प्लंज (गिरता हुआ) जलप्रपात है। मानसून में इसका जल प्रवाह बढ़ जाता है और यह एक हरे रंग के तालाब में गिरता है।
6. शिवसमुद्रम जलप्रपात (Shivanasamudra Falls), कर्नाटक
- ऊँचाई: 98 मीटर।
- नदी: कावेरी नदी।
- विशेषता: यह द्वितीय चरण में बँट जाता है और इसे भारत का पहला जलविद्युत परियोजना स्थल भी माना जाता है।
7. भिमलत जलप्रपात (Bhimlat Falls), राजस्थान
- ऊँचाई: 60 मीटर।
- विशेषता: यह राजस्थान में स्थित एक अद्वितीय जलप्रपात है और मॉनसून के समय में आकर्षण का केंद्र बन जाता है।
8. चुल्लेर जलप्रपात (Chulia Falls), मध्य प्रदेश
- नदी: नर्मदा नदी।
- विशेषता: यह नर्मदा नदी के निचले भाग में स्थित है और यहाँ पर चट्टानों के बीच से पानी बहता है।
9. राजदंड जलप्रपात (Rajat Prapat), मध्य प्रदेश
- स्थान: पचमढ़ी।
- विशेषता: इसे “सिल्वर फॉल” भी कहते हैं और यह सतपुड़ा रेंज में स्थित है। इसकी खूबसूरती पर्यटकों को आकर्षित करती है।
10. होगेनक्कल जलप्रपात (Hogenakkal Falls), तमिलनाडु
- नदी: कावेरी नदी।
- विशेषता: इसे “भारत का नियाग्रा” भी कहा जाता है। यहाँ पर नाव की सवारी का अलग ही आनंद है।
11. अबी जलप्रपात (Abbey Falls), कर्नाटक
- स्थान: कूर्ग।
- विशेषता: यह कूर्ग के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और इसे देखने के लिए भारी संख्या में पर्यटक आते हैं।
12. दुगरधारा जलप्रपात (Dugar Dham Falls), छत्तीसगढ़
- ऊँचाई: 80 फीट।
- नदी: इंद्रावती नदी।
- विशेषता: यह छत्तीसगढ़ में स्थित है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहाँ की हरियाली इसे एक खूबसूरत पिकनिक स्थल बनाती है।
13. चिट्टी मुक्कला जलप्रपात (Chitrakoot Falls), छत्तीसगढ़
- ऊँचाई: 30 मीटर।
- नदी: इंद्रावती नदी।
- विशेषता: इसे “भारत का नियाग्रा फॉल्स” भी कहा जाता है। मानसून के समय में जलप्रवाह बहुत तेज़ होता है और इसे देखने के लिए भारी संख्या में पर्यटक आते हैं।
14. तिरथगढ़ जलप्रपात (Tirathgarh Falls), छत्तीसगढ़
- ऊँचाई: 91 मीटर।
- नदी: मुंगाबहार नदी।
- विशेषता: बस्तर जिले में स्थित इस जलप्रपात का पानी सीढ़ीदार रूप में बहता है, जिससे यह बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है।
15. कोर्टल्लम जलप्रपात (Courtallam Falls), तमिलनाडु
- ऊँचाई: 60 मीटर।
- नदी: चित्तार नदी।
- विशेषता: इसे “स्पा ऑफ़ साउथ इंडिया” भी कहा जाता है। माना जाता है कि यहाँ का पानी औषधीय गुणों से भरपूर है।
16. मीनमुट्टी जलप्रपात (Meenmutty Falls), केरल
- ऊँचाई: 300 मीटर।
- विशेषता: यह एक तीन-स्तरीय जलप्रपात है और यहाँ तक पहुँचने के लिए ट्रेकिंग करनी पड़ती है। यह वायनाड जिले में स्थित है और केरल का प्रमुख पर्यटन स्थल है।
17. कैंसर जलप्रपात (Kanger Dhara Falls), छत्तीसगढ़
- नदी: कांगेर नदी।
- विशेषता: कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर स्थित यह जलप्रपात अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
18. वाज़ाचल जलप्रपात (Vazhachal Falls), केरल
- नदी: चालक्कुडी नदी।
- विशेषता: यह एथिरापल्ली जलप्रपात के पास स्थित है और दोनों को एक साथ देखा जा सकता है। वाज़ाचल जलप्रपात के चारों ओर हरियाली इसे बेहद सुंदर बनाती है।
19. कैलाशकुंड जलप्रपात (Kailash Kund Falls), जम्मू और कश्मीर
- ऊँचाई: 200 मीटर।
- विशेषता: यह पवित्र कैलाश कुंड झील से निकलता है और हिन्दू धर्म में इसे पवित्र माना जाता है। इस जलप्रपात तक पहुँचने के लिए कठिन ट्रेकिंग करनी पड़ती है।
20. रुद्रधारा जलप्रपात (Rudra Dhara Falls), उत्तराखंड
- स्थान: अल्मोड़ा।
- विशेषता: यह अल्मोड़ा के पास स्थित है और अपने शांत वातावरण के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहाँ आसपास कई गुफाएँ भी हैं।
21. जोना जलप्रपात (Jonha Falls), झारखंड
- ऊँचाई: 43 मीटर।
- नदी: रारू नदी।
- विशेषता: इसे “गौतमधारा” भी कहा जाता है क्योंकि यह गौतम बुद्ध से संबंधित है। यहाँ आसपास के क्षेत्र में अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिलता है।
22. हंड्रेड झार जलप्रपात (Hundru Falls), झारखंड
- ऊँचाई: 98 मीटर।
- नदी: स्वर्णरेखा नदी।
- विशेषता: यह झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात है और इसे पिकनिक स्पॉट के रूप में भी जाना जाता है। मानसून में इसकी खूबसूरती बढ़ जाती है।
23. सातधारा जलप्रपात (Satdhara Falls), हिमाचल प्रदेश
- ऊँचाई: 35 मीटर।
- विशेषता: यह डलहौजी के पास स्थित है और इसे “सात झरने” कहा जाता है। यहाँ का पानी औषधीय गुणों से युक्त माना जाता है, जिसमें मिक्का पदार्थ पाया जाता है।
24. पुजारीकुंड जलप्रपात (Pujarikund Falls), मध्य प्रदेश
- स्थान: पचमढ़ी।
- विशेषता: सतपुड़ा की पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित यह जलप्रपात पचमढ़ी का प्रसिद्ध स्थल है। इसका शांत और प्राकृतिक वातावरण इसे पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाता है।
25. कुइलिमाल जलप्रपात (Kuilimal Falls), ओडिशा
- स्थान: सुंदरगढ़।
- विशेषता: यह ओडिशा का प्रमुख जलप्रपात है, जो सुंदरगढ़ में स्थित है। मानसून के समय इसकी सुंदरता चरम पर होती है।
26. मांडवी जलप्रपात (Mandovi Falls), गोवा
- ऊँचाई: 60 मीटर।
- नदी: मांडवी नदी।
- विशेषता: यह गोवा का सबसे ऊँचा जलप्रपात है और यहाँ पर कर्नाटक और गोवा की सीमा से होकर पानी गिरता है। इसे दूधसागर जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है।
27. चर्माड़ी जलप्रपात (Charmadi Falls), कर्नाटक
- स्थान: कर्नाटक के वेस्टर्न घाट्स।
- विशेषता: मानसून के दौरान यहाँ का दृश्य बेहद आकर्षक होता है। चर्माड़ी घाट पर्यटकों को ट्रेकिंग के लिए भी आकर्षित करता है।
28. केनघारिया जलप्रपात (Kanger Dhara Falls), छत्तीसगढ़
- स्थान: कांगेर घाटी।
- विशेषता: यह छत्तीसगढ़ के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है और अपने शांति पूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
29. दुबरू गिरि जलप्रपात (Dubre Giri Falls), पश्चिम बंगाल
- स्थान: दार्जिलिंग।
- विशेषता: यह दार्जिलिंग का प्रमुख पर्यटन स्थल है और चाय बागानों के बीच में स्थित है।
30. सतधारा जलप्रपात (Satdhara Falls), हिमाचल प्रदेश
- ऊँचाई: 35 मीटर।
- विशेषता: इसे “सात झरने” भी कहा जाता है। यहाँ का पानी औषधीय गुणों से युक्त माना जाता है जिसमें मिक्का पदार्थ पाया जाता है।
31. चचई जलप्रपात (Chachai Falls), मध्य प्रदेश
- ऊँचाई: 130 मीटर।
- नदी: बियास नदी।
- विशेषता: यह रीवा जिले में स्थित है और अपने बड़े जलप्रवाह के लिए प्रसिद्ध है।
32. गोकाक जलप्रपात (Gokak Falls), कर्नाटक
- ऊँचाई: 52 मीटर।
- नदी: घाटप्रभा नदी।
- विशेषता: इसे “मिनी नियाग्रा” भी कहा जाता है। यह एक प्राचीन झूला पुल के लिए प्रसिद्ध है जो जलप्रपात के पास है।
33. चुनार जलप्रपात (Chunar Falls), उत्तर प्रदेश
- स्थान: चुनार।
- विशेषता: यह मिर्जापुर में स्थित है और पौराणिक रूप से भी इसका महत्व है। यहाँ पर्यटकों के लिए एक प्रसिद्ध स्थल है।
34. रीवा कुंड जलप्रपात (Rewa Kund Falls), उत्तर प्रदेश
- स्थान: मिर्जापुर।
- विशेषता: यह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है और यहां का प्राकृतिक सौंदर्य इसे अद्वितीय बनाता है।
35. गंधरधुनी जलप्रपात (Gandhar Dhun Falls), मध्य प्रदेश
- स्थान: पचमढ़ी।
- विशेषता: इसे “सिल्वर फॉल्स” भी कहा जाता है। यहाँ का वातावरण शांत और सौम्य है, जो इसे पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाता है।
36. नागलधार जलप्रपात (Nagaldhar Falls), झारखंड
- ऊँचाई: 35 मीटर।
- विशेषता: यह हजारीबाग में स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
37. नीलायुरू जलप्रपात (Nilayuru Falls), तमिलनाडु
- स्थान: कोयंबटूर के पास।
- विशेषता: यह एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत जलप्रपात है जो मानसून में आकर्षक हो जाता है।
38. अनथोडी जलप्रपात (Anthoidi Falls), तमिलनाडु
- स्थान: नीलगिरी पहाड़ियों में।
- विशेषता: यह नीलगिरी पहाड़ियों में स्थित एक प्राचीन जलप्रपात है। यहाँ की हरियाली इसे अद्वितीय बनाती है।
39. सरिंगा जलप्रपात (Saringa Falls), ओडिशा
- स्थान: कालाहांडी।
- विशेषता: यह ओडिशा के कालाहांडी जिले में स्थित है और मानसून में इसकी खूबसूरती अद्वितीय होती है।
40. पंच गंगा जलप्रपात (Panch Ganga Falls), गोवा
- स्थान: गोवा।
- विशेषता: इसे पाँच जलधाराओं के मिलने के कारण “पंच गंगा” कहा जाता है। यहाँ का वातावरण शांत और मनोरम है।
ये जलप्रपात भारत के विभिन्न हिस्सों में फैले हुए हैं और उनकी जानकारी रखना परीक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इनमें से कई जलप्रपातों का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व भी है।